एतिकाफ में जाईज़ काम

⭕आज का सवाल नम्बर १०४३⭕

एतकाफ की हालत में जाइज़ काम कौन कौन से है?

1- खाना पीना ( बशर्ते के मस्जिद को गन्दा न किया जाये),

2- सोना,

3- ज़रूरत की बात करना,

4- अपना या दुसरे का निकाह करना,

5- कपडे बदलना,

6- खुशबु लगाना,

7-तेल लगाना,

8- कंघी करना (बशर्ते के मस्जिद की चटाई और कालीन वगेरा ख़राब न हो ),

9- मस्जिद में किसी मरीज का मुआयना करना, नुस्खा लिखना या दवा देना, लेकिन ये काम बगैर उजरत के हो तो जाइज़ हे वर्ना मकरूह हे,

10- बर्तन धोना,

11- ज़रूरियाते ज़िंदगी के लिए घर का खर्चा चलने के लिए खरीद फरोख्त करना बशर्ते के सौदा मस्जिद में न लाया जाये,

12- औरत का ऐतिकाफ की हालत में बच्चो को दूध पिलाना,

13- मोअतक़िफ़ {ऐतिकाफ करने वाले} का अपनी निशिष्टगाह {खाने सोने की जगह} के इर्द गिर्द चादरे लगाना,

14- मोअतक़िफ़ का मस्जिद में अपनी जगह बदलना,

15- बक़द्रे ज़रूरत बिस्तर, साबुन, खाने पीने के बर्तन, हाथ धोने के बर्तन और मुताला के लिए दीनी किताबे मस्जिद में रखना.

📗मसाइले एतिकाफ से माखुज़

واللہ اعلم

✏मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन हनफ़ी गुफिर लहू

🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा सूरत गुजरात इंडिया

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