*પહેલે હજ કરે યા ઉમરહ* *PEHLE HAJ KARE YA UMRAH* ⭕आज का सवाल नंबर.१०६४⭕ ताक़त के बा वजूद हज से पहले उमराह करना कैसा है ? 🔵JAWAB🔵 حامدا و مصلیا و مسلما उमराह हज का बदल नहीं हे, जिस शख्स पर हज फ़र्ज़ हो उसके लिए ज़रूरी हे के वो हज करे, जिस शख्स को हज के दिनों में बैतुल्लाह तक पहुँचने और हज तक वह रहने की ताक़त (खर्च, इंतिज़ाम, इजाज़त) हो उन पर हज फ़र्ज़ हो जाता हे, इसलिए ऐसे शख्स को जो सिर्फ एक बार बैतुल्लाह शरीफ पहुँचने की तमन्ना रखता हो, हज पर जाना चाहिए, उमराह के लिए सफर करना और फ़र्ज़ियत के बावजूद हज न करना बहुत गलत बात हे. 📚आपके मसाइल और उनका हल, जिल्द- ४, सफा नम्बर ३८ و الله اعلم بالصواب ✏मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन हनफ़ी गुफिर लहू 🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया. *પહેલે હજ કરે યા ઉમરહ* ⭕ આજ કા સવાલ નં. ૧૦૬૪ ⭕ તાકત કે બાવજુદ હજ સે પહેલે ઉમરહ કરના કૈસા હૈ.? 🔵 જવાબ 🔵 حامدا و مصلیا و مسلما *ઉમરહ હજ કા બદલ નહિં હૈ, જીસ શખ્સ પર હજ ફર્ઝ હો ઉસકે લીયે ઝરૂરી હૈ કે વોહ હજ કરે.* જીસ શખ્સ કો હજ કે દિનો મેં બૈતુલ્લાહ તક પહુંચને ઔર હજ તક વ